कभी खुद से बात करो
कभी खुद से बात करो
****************
दूसरों की कमियाँ खोज रहे खुद की कमियाँ देखा तो करो
दुसरों की बातें करते हो कभी खुद से बात किया तो करो
अपने अन्दर जब झांकोगे तो कमियों का सागर पाओगे
सागर में गोते लिये तो बाहर फिर निकल ना पाओगे
मानव कमियों की खान है एक सब तरह की कमियाँ होती हैं
एक एक को दूर करो भी तो व जल्दी खत्म ना होती हैं
कभी तो अपनी ही कमियों का तुम मन से ही संताप करो
मनको शांत मिलेगी तब कभी कभी खुद बात करो
ईश्वर तो दिल में बैठा हर कमी का इशारा करता है
ईश्वर के इशारे को समझो फिर मन में एक विचार करो
कभी कभी मन के अन्दर अपने से बात किया तो करो
ईश्वर सन्देश यही सच है कभी खुद से बात किया भी करो
विद्या शंकर अवस्थी पथिक कल्यानपुर कानपुर
Renu
10-May-2023 08:49 PM
👍👍
Reply
ऋषभ दिव्येन्द्र
10-May-2023 12:34 PM
बहुत खूब
Reply